DOs & DON'Ts for Lunar Eclipse Today 8112022 :: The Indic View for Aarogyata & Advancement
Eclipse time has always been considered the best time to do Sadhana, Penance, Tapas and achieving Siddhis (higher powers), energies, realising your ambitions from the cosmic energies. It is due to the fact that subtle energies are very active at the time of eclipse.
It may be Solar Eclipse or Lunar eclipse, Both the eclipses are very supportive for getting Siddhis described in the ancient Scriptures, but you should know how to take help of those subtle energies.
In this video Acharya Kalki Krishnan, Mentor of AstroDevam.com is giving you knowledge about what is to be exactly done at the time of eclipse for realising your ambitions and objectives.
With the help of this Sadhana, your
Manomay Kosh (Mental body), Pranmay Kosh (Energy Body)
gets activated and the energy of your subconscious mind gets boost, resulting into achievement of ambitious and objectives in the most obvious way.
ग्रहण का समय हमेशा से साधनाओं के लिए, तपस्या के लिए, सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए और सूक्ष्म ऊर्जाओं को प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता रहा है क्योंकि इस समय वैश्विक शक्तियों में से सूक्ष्म शक्तियां बहुत ज्यादा सक्रिय होती है। इस समय स्थूल शक्तियों को थोड़ा सा विराम मिल जाता है और इस समय में थोड़ी सी भी की हुई साधना बहुत ही ज्यादा फल देती है क्योंकि सूक्ष्म शक्तियों का आप को समर्थन मिलता है और सहयोग मिलता है।
चाहे वह चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण, दोनों ही ग्रहण शक्तियों को प्राप्त करने के लिए, सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए बहुत ही सहायक होते हैं। प्राचीन शास्त्रों में ऐसी अनेक विधियां बताई गई है जिनका प्रयोग करके आप असीमित सिद्धियों को प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन उन पद्धतियों से साधना करना काफी कठिन होता है और बिना गुरु के निर्देशन के इन साधनों को करना लगभग असंभव सा ही हैं।
लेकिन इस वीडियो में www.AstroDevam.com के संरक्षक आचार्य कल्कि कृष्णन् जी आपको ग्रहण काल में करने के लिए साधना का एक ऐसा सरल तरीका बता रहे हैं जिसको करके आप बहुत ही आसानी से अपनी इच्छाओं की पूर्ति कर सकते हैं।
इस साधना की सहायता से आपके शरीर का मनोमय कोष और प्राणमय कोष सक्रिय हो जाता है और आपके अवचेतन मन की शक्ति उद्वेलित हो जाती हैं जिस कारण से आप अपने आकांक्षाओं की, आपने इच्छाओं की पूर्ति बहुत ही स्वाभाविक ढंग से कर पाते हैं और वैश्विक शक्तियां आपके मनचाही चीजों को आपके चरणों में रख देती हैं।